हमारे मुल्क के सबसे बड़े स्टेट यूपी के मुख्यमंत्री हैं योगी आदित्यनाथ योगी का मर्तबा हिंदू धर्म में ऐसे ही है जैसे मुस्लिमों में मौलवी और मौलाना
अगर आप से एक सवाल कर लें कि मौलवी और मौलाना का काम क्या होता है तो आपके दिमाग में खासतौर से तीन काम जरूर आएगा मस्जिद में नमाज पढ़ाना ,मदरसे में बच्चों को पढ़ाना और जलसे में तकरीर करना, और यही सवाल अगर आपसे योगी के बारे में कर लिया जाए तो एक काम खासतौर से आपके दिमाग में आएगा और वह मंदिर में पूजा करना
लेकिन योगी आदित्यनाथ ने सारी दुनिया को एक सबक दिया के योगी सिर्फ पूजा पाठ के लिए ही नहीं है बलके जहां भी हमारी जरूरत होगी हम उस मैदान में उतरकर झंडे गाड़ देंगे, लेकिन यही बात मौलवी और मौलाना समझ नहीं पा रहे हैं ,वह यह समझते हैं कि हम सिर्फ मस्जिद और मदरसे के लिए ही बने हैं ऐसा बिल्कुल नहीं है एक मौलवी मौलाना का काम होता है बुराई को खत्म करना चाहे वह जिस फिल्ड में हो और उस बुराई को खत्म करने के लिए कभी-कभी अमली तौर पर मैदान में उतरना पड़ता है सिर्फ जबान से कहने से कुछ नहीं होता
जो यह कहते हैं कि सियासत गंदी चीज है इसलिए मौलाना को दूर रहना चाहिए मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि सियासत गंदी चीज है या सियासत में जो लोग हैं वह गंदे हैं तो सारी दुनिया जानती है कि सियासत ना कभी गंदी थी और ना कभी गंदी होगी बल्कि सियासत में जो लोग हैं वह गंदे हैं , फिर सियासत से गंदे लोग कैसे बाहर होंगे ,आपने कहावत सुनी होगी कि एक मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है यह बिल्कुल दुरुस्त है लेकिन उस मछली को तालाब से निकाल दिया जाए तो फिर तालाब गंदा ही नहीं होगा, और उस मछली को निकालने के लिए तालाब में उतरना होगा
मक्का शरीफ की सियासत में काफी गंदे लोगों ने कब्जा जमा रखा था हमारे नबी जब दुनिया में तशरीफ लाए तो एक नई सियासत की शुरुआत की गंदे लोगों को सियासत से दूर किया और बड़े-बड़े सहाबा इकराम को सियासत में दाखिल किया आज से 14 सौ साल पहले जब सियासत में गंदे लोग थे तो रसूल तशरीफ लाए आज सियासत में गंदे लोग हैं उसको हटाने के लिए नाइबे रसूल का आना जरूरी है,
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